Is Qadar
तू मिला है मुझे इस क़दर
जैसे तन्हा को मिले हमसफर
जैसे मरने वाले को ज़िन्दगी
जैसे तरसे को मिले पानी
तू मिला है मुझे इस क़दर
जैसे मिले गुमशुदा को मंजिल
जैसे तपती धूप में छाया
जैसे अंधेरे में उजाला
तू मिला है मुझे इस क़दर
जैसे मायूसी में आशा की किरण
जैसे पूरी हो कोई ख्वाहिश
जैसे गर्मी में हो बारिश
तू मिला है मुझे इस क़दर
जैसे दर्द में मिले सुकून
जैसे शोर में खामोशी
जैसे उदासी में हो खुशी
- Dr. Angelica
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